नई वैक्सीन करेगी इबोला वायरस को खत्म
सेहतराग टीम
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के अधिकारियों ने इबोला से लड़ने के लिए एक दूसरे टीके का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। यह देश लंबे समय से दुनिया में दूसरे नंबर पर मानव जाति को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाने वाले इबोला वायरस से निपटने के लिए संघर्ष कर रहा है।
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में स्वास्थ्य अधिकारियों ने घातक इबोला वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए एक नए टीके का उपयोग करना शुरू कर दिया, वैश्विक स्वास्थ्य गैर सरकारी संगठन मेडिसिन सेन्स फ्रंटियर्स (MSF) ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी दी। MSF के अनुसार, Ad26.ZEBOV / MVA-BN-Filo वैक्सीन की 50,000 डोजेज गोमा शहर में दो जिलों के स्वास्थ्य केंद्रों में दी जाएंगी। जानकारी के अनुसार, एमएनएफ रोलआउट को लागू करने में अफ्रीकी राष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्रालय की सहायता कर रहा है।
संगठन ने कहा कि रोलआउट का प्राथमिक उद्देश्य वास्तविक दुनिया की सेटिंग में प्रयोगात्मक टीके की प्रभावशीलता पर डेटा प्राप्त करना है। नए टीके का क्लीनिकल परीक्षण तो चुका है लेकिन वास्तविक दुनिया में मरीजों पर इसके रिजल्ट का इंतजार है। लैब टेस्ट्स में यह बात साबित हो चुकी है कि यह वैक्सीन इबोला वायरस से लड़ने के लिए एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण करती है। एमएसएफ का कहना है कि इबोला एक महामारी की तरह हमारे यहां फैला है और इससे बचने के लिए बेहतर से बेहतर वैक्सीन उपलब्ध कराना ही एकमात्र विकल्प वर्तमान समय में है। सूत्रों के मुताबिक इस वैक्सीन का निर्माण जॉन्सन ऐंड जॉन्सन द्वारा किया गया है। इस डोज को 2 इंग्जेक्शन से सहित 8 सप्ताह तक लेना होता है।
(साभार- नवभारतटाइम्स)
इसे पढ़ें-
गमलों के पौधे घर के भीतर की हवा नहीं सुधारते
Comments (0)
Facebook Comments (0)